Add Poetry

हम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन

(कवि : मिर्ज़ा ग़ालिब)
हम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन
दिल के ख़ुश रखने को 'ग़ालिब' ये ख़याल अच्छा है

हिंदी शायरी श्रेणियाँ
नवीनतम 2 लाइन हिंदी शायरी