Add Poetry

उदासी

(कवि : अनुवाद: बलराज कोमल)
चिताओं की राख का सुर्मा ले कर
जिन्होंने आँखों में डाल लिया
खिले फूल तक उन्हें देख कर हँसने लगे
आँखों में आँसू उमड़ आए

हिंदी शायरी श्रेणियाँ
नवीनतम पंजाबी हिंदी शायरी