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माँ की दुआ न बाप की शफ़क़त का साया है

Poet: जमाल By: Jamal, Sialkot

माँ की दुआ न बाप की शफ़क़त का साया है

आज अपने साथ अपना जनम दिन मनाया है

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13 Sep, 2023
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