बेवफ़ा शायरी और नज़्म हिंदी में - Bewafa Shayari In Hindi
Bewafa Shayari In Hindi - बेवफा शायरी इन हिंदी अपने शब्दों और भावनाओं को व्यक्त करने का सबसे अच्छा तरीका है। अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त करने का अद्भुत संग्रह देखें। यह अनुभाग सभी नवीनतम बेवफा शायरी इन हिंदी के विशाल डेटा पर आधारित है जो आपके परिवार, दोस्तों और प्रियजनों को समर्पित हो सकता है। इस दुनिया के सबसे बड़े बेवफा शायरी इन हिंदी संकलन के साथ दिल की आंतरिक भावनाओं को व्यक्त करें जो एक व्यक्ति को शब्दों के माध्यम से भावनाओं को दिखाने की पेशकश करता है।
ज़िंदगी हालत-ए-जुदाई है
मर्द-ए-मैदाँ हूँ अपनी ज़ात का मैं
मैं ने सब से शिकस्त खाई है
इक अजब हाल है कि अब उस को
याद करना भी बेवफ़ाई है
अब ये सूरत है जान-ए-जाँ कि तुझे
भूलने में मिरी भलाई है
ख़ुद को भूला हूँ उस को भूला हूँ
उम्र भर की यही कमाई है
मैं हुनर-मंद-ए-रंग हूँ मैं ने
ख़ून थूका है दाद पाई है
जाने ये तेरे वस्ल के हंगाम
तेरी फ़ुर्क़त कहाँ से आई है
जब आ के मिला और था चाहा तो कोई और
उस शख़्स के चेहरे में कई रंग छुपे थे
चुप था तो कोई और था बोला तो कोई और
दो-चार क़दम पर ही बदलते हुए देखा
ठहरा तो कोई और था गुज़रा तो कोई और
तुम जान के भी उस को न पहचान सकोगे
अनजाने में वो और है जाना तो कोई और
उलझन में हूँ खो दूँ कि उसे पा लूँ करूँ क्या
खोने पे वो कुछ और है पाया तो कोई और
दुश्मन भी है हमराज़ भी अंजान भी है वो
क्या 'अश्क' ने समझा उसे वो था तो कोई और
और कुछ तल्ख़ी-ए-हालात ने दिल तोड़ दिया
हम तो समझे थे के बरसात में बरसेगी शराब
आई बरसात तो बरसात ने दिल तोड़ दिया
दिल तो रोता रहे ओर आँख से आँसू न बहे
इश्क़ की ऐसी रिवायात ने दिल तोड़ दिया
वो मिरे हैं मुझे मिल जाएँगे आ जाएँगे
ऐसे बेकार ख़यालात ने दिल तोड़ दिया
आप को प्यार है मुझ से कि नहीं है मुझ से
जाने क्यूँ ऐसे सवालात ने दिल तोड़ दिया
वर्ना क्या बात थी किस बात ने रोने न दिया
आप कहते थे कि रोने से न बदलेंगे नसीब
उम्र भर आप की इस बात ने रोने न दिया
रोने वालों से कहो उन का भी रोना रो लें
जिन को मजबूरी-ए-हालात ने रोने न दिया
तुझ से मिल कर हमें रोना था बहुत रोना था
तंगी-ए-वक़्त-ए-मुलाक़ात ने रोने न दिया
एक दो रोज़ का सदमा हो तो रो लें 'फ़ाकिर'
हम को हर रोज़ के सदमात ने रोने न दिया
किस ने तोड़ा दिल हमारा ये कहानी फिर सही
दिल के लुटने का सबब पूछो न सब के सामने
नाम आएगा तुम्हारा ये कहानी फिर सही
नफ़रतों के तीर खा कर दोस्तों के शहर में
हम ने किस किस को पुकारा ये कहानी फिर सही
क्या बताएँ प्यार की बाज़ी वफ़ा की राह में
कौन जीता कौन हारा ये कहानी फिर सही
मैं पीना चाहता हूँ पिला देनी चाहिए
अल्लाह बरकतों से नवाज़ेगा इश्क़ में
है जितनी पूँजी पास लगा देनी चाहिए
दिल भी किसी फ़क़ीर के हुजरे से कम नहीं
दुनिया यहीं पे ला के छुपा देनी चाहिए
मैं ख़ुद भी करना चाहता हूँ अपना सामना
तुझ को भी अब नक़ाब उठा देनी चाहिए
मैं फूल हूँ तो फूल को गुल-दान हो नसीब
मैं आग हूँ तो आग बुझा देनी चाहिए
मैं ताज हूँ तो ताज को सर पर सजाएँ लोग
मैं ख़ाक हूँ तो ख़ाक उड़ा देनी चाहिए
मैं जब्र हूँ तो जब्र की ताईद बंद हो
मैं सब्र हूँ तो मुझ को दुआ देनी चाहिए
मैं ख़्वाब हूँ तो ख़्वाब से चौंकाइए मुझे
मैं नींद हूँ तो नींद उड़ा देनी चाहिए
सच बात कौन है जो सर-ए-आम कह सके
मैं कह रहा हूँ मुझ को सज़ा देनी चाहिए
दिल के बाज़ार में बैठे हैं ख़सारा कर के
आते जाते हैं कई रंग मिरे चेहरे पर
लोग लेते हैं मज़ा ज़िक्र तुम्हारा कर के
एक चिंगारी नज़र आई थी बस्ती में उसे
वो अलग हट गया आँधी को इशारा कर के
आसमानों की तरफ़ फेंक दिया है मैं ने
चंद मिट्टी के चराग़ों को सितारा कर के
मैं वो दरिया हूँ कि हर बूँद भँवर है जिस की
तुम ने अच्छा ही किया मुझ से किनारा कर के
मुंतज़िर हूँ कि सितारों की ज़रा आँख लगे
चाँद को छत पे बुला लूँगा इशारा कर के
एक पुराना ख़त खोला अनजाने में
शाम के साए बालिश्तों से नापे हैं
चाँद ने कितनी देर लगा दी आने में
रात गुज़रते शायद थोड़ा वक़्त लगे
धूप उन्डेलो थोड़ी सी पैमाने में
जाने किस का ज़िक्र है इस अफ़्साने में
दर्द मज़े लेता है जो दोहराने में
दिल पर दस्तक देने कौन आ निकला है
किस की आहट सुनता हूँ वीराने में
हम इस मोड़ से उठ कर अगले मोड़ चले
उन को शायद उम्र लगेगी आने में
वक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते
जिस की आवाज़ में सिलवट हो निगाहों में शिकन
ऐसी तस्वीर के टुकड़े नहीं जोड़ा करते
लग के साहिल से जो बहता है उसे बहने दो
ऐसे दरिया का कभी रुख़ नहीं मोड़ा करते
जागने पर भी नहीं आँख से गिरतीं किर्चें
इस तरह ख़्वाबों से आँखें नहीं फोड़ा करते
शहद जीने का मिला करता है थोड़ा थोड़ा
जाने वालों के लिए दिल नहीं थोड़ा करते
जा के कोहसार से सर मारो कि आवाज़ तो हो
ख़स्ता दीवारों से माथा नहीं फोड़ा करते
Bewafa Shayari In Hindi
हिंदी में बेवफाई शायरी सबसे दर्दनाक प्रकार की शायरी है जो रिश्ते में किसी की बेवफाई को दर्शाती है। जीवनसाथी या अन्य साथी के प्रति विश्वासघाती होने का कार्य बेवफाई या धोखाधड़ी के रूप में जाना जाता है। इसमें आम तौर पर किसी ऐसे व्यक्ति के साथ रोमांटिक बातचीत करना शामिल होता है जो किसी का महत्वपूर्ण व्यक्ति नहीं है, साथ ही इस प्रक्रिया में प्रतिबद्धता या प्रतिज्ञा को तोड़ना भी शामिल है। बेवफाई का प्रत्येक उदाहरण अद्वितीय है और एक विशिष्ट उद्देश्य को पूरा करता है। यह पृष्ठ आम तौर पर कविता पर आधारित है जो रिश्तों में बेवफाई को इंसान के लिए सबसे हानिकारक के रूप में परिभाषित करता है। इस पृष्ठ पर संकलित हिंदी में बेवफा शायरी कई प्रसिद्ध कवियों द्वारा लिखी गई है, जिन्होंने अपने जीवन में भी ऐसा ही महसूस किया होगा।
शायरी अभिव्यक्ति का एक तरीका है, जिस तरह से एक व्यक्ति अपनी भावनाओं और भावनाओं को लिखता है। इन कविताओं में लोगों से जुड़ने की ताकत है. हिंदी में बेवफा शायरी आमतौर पर दिल टूटने के कारण की जाती है जहां लोगों ने किसी भी कारण से अपना प्यार खो दिया है। हमने अपने आगंतुकों के लिए हिंदी में कुछ अद्भुत बेवफ़ा शायरी एकत्र की हैं। इन कविताओं को आसानी से अपने दोस्तों, परिवार या प्रियजनों के साथ साझा किया जा सकता है ताकि उन्हें आपकी भावनाओं के बारे में पता चल सके। मिर्ज़ा ग़ालिब से लेकर वसी शाह तक सभी कवियों की बेवफ़ा शायरी का हिंदी में उल्लेख यहाँ किया गया है। इसे पढ़ें और जो आपको सबसे अधिक पसंद आया उसे सहेजें।
The Forgiveness Poetry section offers touching poems about the power and importance of forgiveness. Ideal for those looking to heal and move forward.
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Always be kind to other and always be forgiving. Here is a huge content related to the forgiveness poetry that is remarkable.
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