हिंदी में एटीट्यूड शायरी, ग़ज़ल और नज़्म - Attitude Shayari
Attitude Shayari in Hindi - हिंदी में एटीट्यूड शायरी आपके शब्दों और भावनाओं को व्यक्त करने का सबसे अच्छा तरीका है। अपनी भावना को शब्दों में व्यक्त करने का अद्भुत संग्रह देखें। यह अनुभाग हिंदी में सभी नवीनतम एटीट्यूड शायरी के विशाल डेटा पर आधारित है जो आपके परिवार, दोस्तों और प्रियजनों को समर्पित किया जा सकता है। इस दुनिया के सबसे बड़े एटीट्यूड शायरी इन हिंदी संकलन के साथ दिल की आंतरिक भावनाओं को व्यक्त करें जो किसी व्यक्ति को शब्दों के माध्यम से भावनाओं को दिखाने की पेशकश करता है।
मैं पीना चाहता हूँ पिला देनी चाहिए
अल्लाह बरकतों से नवाज़ेगा इश्क़ में
है जितनी पूँजी पास लगा देनी चाहिए
दिल भी किसी फ़क़ीर के हुजरे से कम नहीं
दुनिया यहीं पे ला के छुपा देनी चाहिए
मैं ख़ुद भी करना चाहता हूँ अपना सामना
तुझ को भी अब नक़ाब उठा देनी चाहिए
मैं फूल हूँ तो फूल को गुल-दान हो नसीब
मैं आग हूँ तो आग बुझा देनी चाहिए
मैं ताज हूँ तो ताज को सर पर सजाएँ लोग
मैं ख़ाक हूँ तो ख़ाक उड़ा देनी चाहिए
मैं जब्र हूँ तो जब्र की ताईद बंद हो
मैं सब्र हूँ तो मुझ को दुआ देनी चाहिए
मैं ख़्वाब हूँ तो ख़्वाब से चौंकाइए मुझे
मैं नींद हूँ तो नींद उड़ा देनी चाहिए
सच बात कौन है जो सर-ए-आम कह सके
मैं कह रहा हूँ मुझ को सज़ा देनी चाहिए
दिल के बाज़ार में बैठे हैं ख़सारा कर के
आते जाते हैं कई रंग मिरे चेहरे पर
लोग लेते हैं मज़ा ज़िक्र तुम्हारा कर के
एक चिंगारी नज़र आई थी बस्ती में उसे
वो अलग हट गया आँधी को इशारा कर के
आसमानों की तरफ़ फेंक दिया है मैं ने
चंद मिट्टी के चराग़ों को सितारा कर के
मैं वो दरिया हूँ कि हर बूँद भँवर है जिस की
तुम ने अच्छा ही किया मुझ से किनारा कर के
मुंतज़िर हूँ कि सितारों की ज़रा आँख लगे
चाँद को छत पे बुला लूँगा इशारा कर के
जान होती तो मिरी जान लुटाते जाते
अब तो हर हाथ का पत्थर हमें पहचानता है
उम्र गुज़री है तिरे शहर में आते जाते
अब के मायूस हुआ यारों को रुख़्सत कर के
जा रहे थे तो कोई ज़ख़्म लगाते जाते
रेंगने की भी इजाज़त नहीं हम को वर्ना
हम जिधर जाते नए फूल खिलाते जाते
मैं तो जलते हुए सहराओं का इक पत्थर था
तुम तो दरिया थे मिरी प्यास बुझाते जाते
मुझ को रोने का सलीक़ा भी नहीं है शायद
लोग हँसते हैं मुझे देख के आते जाते
हम से पहले भी मुसाफ़िर कई गुज़रे होंगे
कम से कम राह के पत्थर तो हटाते जाते
चाँद पागल है अँधेरे में निकल पड़ता है
एक दीवाना मुसाफ़िर है मिरी आँखों में
वक़्त-बे-वक़्त ठहर जाता है चल पड़ता है
अपनी ताबीर के चक्कर में मिरा जागता ख़्वाब
रोज़ सूरज की तरह घर से निकल पड़ता है
रोज़ पत्थर की हिमायत में ग़ज़ल लिखते हैं
रोज़ शीशों से कोई काम निकल पड़ता है
उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है
ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो
राह के पत्थर से बढ़ कर कुछ नहीं हैं मंज़िलें
रास्ते आवाज़ देते हैं सफ़र जारी रखो
एक ही नद्दी के हैं ये दो किनारे दोस्तो
दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो
आते जाते पल ये कहते हैं हमारे कान में
कूच का ऐलान होने को है तय्यारी रखो
ये ज़रूरी है कि आँखों का भरम क़ाएम रहे
नींद रखो या न रखो ख़्वाब मेयारी रखो
ये हवाएँ उड़ न जाएँ ले के काग़ज़ का बदन
दोस्तो मुझ पर कोई पत्थर ज़रा भारी रखो
ले तो आए शाइरी बाज़ार में 'राहत' मियाँ
क्या ज़रूरी है कि लहजे को भी बाज़ारी रखो
एक पुराना ख़त खोला अनजाने में
शाम के साए बालिश्तों से नापे हैं
चाँद ने कितनी देर लगा दी आने में
रात गुज़रते शायद थोड़ा वक़्त लगे
धूप उन्डेलो थोड़ी सी पैमाने में
जाने किस का ज़िक्र है इस अफ़्साने में
दर्द मज़े लेता है जो दोहराने में
दिल पर दस्तक देने कौन आ निकला है
किस की आहट सुनता हूँ वीराने में
हम इस मोड़ से उठ कर अगले मोड़ चले
उन को शायद उम्र लगेगी आने में
गर इक अदा हो तो उसे अपनी क़ज़ा कहूँ
हल्क़े हैं चश्म-हा-ए-कुशादा ब-सू-ए-दिल
हर तार-ए-ज़ुल्फ़ को निगह-ए-सुर्मा-सा कहूँ
मैं और सद-हज़ार नवा-ए-जिगर-ख़राश
तू और एक वो न-शुनीदन कि क्या कहूँ
ज़ालिम मिरे गुमाँ से मुझे मुन्फ़इल न चाह
है है ख़ुदा-न-कर्दा तुझे बेवफ़ा कहूँ
हज़र करो मिरे दिल से कि इस में आग दबी है
दिला ये दर्द-ओ-अलम भी तो मुग़्तनिम है कि आख़िर
न गिर्या-ए-सहरी है न आह-ए-नीम-शबी है
नज़र ब-नक़्स-ए-गदायाँ कमाल-ए-बे-अदबी है
कि ख़ार-ए-ख़ुश्क को भी दावा-ए-चमन-नसबी है
हुआ विसाल से शौक़-ए-दिल-ए-हरीस ज़ियादा
लब-ए-क़दह पे कफ़-ए-बादा जोश-ए-तिश्ना-लबी है
ख़ुशा वो दिल कि सरापा तिलिस्म-ए-बे-ख़बरी हो
जुनून ओ यास ओ अलम रिज़्क़-ए-मुद्दआ-तलबी है
चमन में किस के ये बरहम हुइ है बज़्म-ए-तमाशा
कि बर्ग बर्ग-ए-समन शीशा रेज़ा-ए-हलबी है
इमाम-ए-ज़ाहिर-ओ-बातिन अमीर-ए-सूरत-ओ-मअनी
'अली' वली असदुल्लाह जानशीन-ए-नबी है
Attitude Shayari in Hindi
कविता पढ़ते समय पाठक सदैव अद्भुत ऊर्जा से भर जाते हैं। ये वो शब्द हैं जो इंसान को किसी बात पर विश्वास करने के लिए प्रेरित करते हैं। एटीट्यूड शायरी इन हिंदी अक्सर व्यक्ति की जीवनशैली और जीने के तरीके पर जोर देती है। इस पृष्ठ पर हिंदी में सभी मनोवृत्ति कविताएँ अविश्वसनीय रूप से प्रेरक और प्रेरणादायक हैं। किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व का सबसे महत्वपूर्ण पहलू उसका दृष्टिकोण है। यह व्यक्ति के चरित्र के विकास में सहायता करता है। यह किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व और उसके रहन-सहन के तरीके के बारे में बहुत कुछ बताता है। एटीट्यूड शायरी इन हिंदी लोगों को यह समझने में मदद करती है कि उत्तम दर्जे का जीवन जीने का क्या मतलब है।
कवि का लहजा, भाषा, आशय, मनोदशा, उच्चारण, दृष्टिकोण और वाक्य संरचना सभी हिंदी कविता में दृष्टिकोण को व्यक्त करते हैं। हालाँकि, यह इस बात से भी जुड़ा है कि पाठक कविता और कविताओं को कैसे समझता है या उसकी व्याख्या करता है। इस पेज से हिंदी में बेस्ट फ्रेंड एटीट्यूड शायरी प्राप्त करें क्योंकि इसमें सर्वश्रेष्ठ कविताओं, ग़ज़लों, 2 पंक्तियों की हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है। आगंतुक अपने प्रियजनों को हिंदी में मनोवृत्ति कविता भेज सकते हैं। इस एटीट्यूड शायरी को हिंदी टेक्स्ट में फेसबुक और व्हाट्सएप स्टेटस के रूप में भी अपडेट किया जा सकता है। कविता प्रेमियों को हिंदी शायरी का यह संग्रह बहुत पसंद आएगा। विभिन्न विषयों पर अधिक कविताओं के लिए अन्य संबंधित पृष्ठ देखें।
Life is a journey with moments that shine bright, Each day brings new hopes, as dark fades to light. We stumble, we rise, through joy and through strife, But every step we take adds meaning to life.
- Sheeza , Karachi
- Tue 29 Apr, 2025
This page has a diverse collection of poems on various topics, making it a good place for readers with broad interests in poetry.
- Kamran , Islamabad
- Mon 20 May, 2024
Labor Day poetry often celebrates the hard work, struggles, and triumphs of the labor movement. Many poems focus on the dignity of work, the importance of worker solidarity, and the need for justice in the workplace
- Shahzaib , Karachi
- Fri 28 Apr, 2023
 
  
  
  
  
  
  
  
  
  
  
 